परन्तु नालायक से दोस्ती करके छोड़ देना उससे भी ज्यादा ग़लत है। परन्तु नालायक से दोस्ती करके छोड़ देना उससे भी ज्यादा ग़लत है।
प्रशांत जब कभी बहुत खुश होता , उसे कहीं सफलता मिलती या जब कभी भी निराशा हाथ लगती या वो प्रशांत जब कभी बहुत खुश होता , उसे कहीं सफलता मिलती या जब कभी भी निराशा हाथ लगती...
पहले उनसे पूछा था और वह बस इतना कहती है कि यह अब के बारे में भूल गया है। पहले उनसे पूछा था और वह बस इतना कहती है कि यह अब के बारे में भूल गया है।
वर्तमान घर की स्थिती को बताती है ये कहानी वर्तमान घर की स्थिती को बताती है ये कहानी
माँ को कभी भी आम औरतो की तरह खाली नहीं देखा हमेशा पढ़ते, लिखते, रेडियो सुनते या फिर कढ़ाई, बुनाई या ल... माँ को कभी भी आम औरतो की तरह खाली नहीं देखा हमेशा पढ़ते, लिखते, रेडियो सुनते या ...
तुम्हें पूरा साल लग गया मुझे तलाशने में। एक ही शहर में रहकर भी। खैर किस काम से आये हो कारण बता दो।" तुम्हें पूरा साल लग गया मुझे तलाशने में। एक ही शहर में रहकर भी। खैर किस काम से आ...